मुर्गे का अचार ,Chicken Pickle
मुर्गे का आचार अपने आप में एक कम्प्लीट रेसिपी डिश है सब्जी न होने पर आप इसे चपाती के साथ भी खा सकते हैं. मुर्ग के अचार में डाला गया पिसा सरसों और मेथी इसके चटपटे स्वाद को कई गुना बढ़ा देते हैं।
ये भी पढ़ें: सिरके वाली हरी मिर्च और राइ का आचार, मीट आचार रेसिपीज, गाजर और किशमिश की खट्टीमीठी चटनी, रेस्टोरेंट स्टाइल सिरके वाले प्याज़, झींगा आचार सलाद
सामग्री
- 1 किलो (2-1/4 पौंड) मुर्गा
- 50 ग्राम (3 बड़े चम्मच) पिसा हुआ अदरक
- 50 ग्राम (3 बड़े चम्मच) पिसा हुआ लहसुन
- 10 ग्राम (2 चाय चम्मच) लाल मिर्च पाउडर
- 5 ग्राम (। चाय चम्मच) हल्दी
- 800 मि.ली. (3-2/3 कप) सरसों का तेल
- 5 ग्राम (1 चाय चम्मच) हींग
- 200 ग्राम (1-1/4 कप) प्याज़
- 5 ग्राम (1 चाय चम्मच) बड़ी इलायची पाउडर
- 5 ग्राम (1 चाय चम्मच) छोटी इलायची पाउडर
- 20 ग्राम (4 चाय चम्मच) सौंफ पाउडर
- 10 ग्राम (1 बड़ा चम्मच) काला जीरा
- 5 ग्राम (। चाय चम्मच) मेथी
- 10 ग्राम (2-1/2 चाय चम्मच) सरसों
- 3 तेजपत्ता
- 400 मि.ली. ग्राम (1-2/3 कप) माल्ट सिरका
तैयारी का समयः 1 घंटा
पकाने का समय: 15 मिनट
पकाव (maturing) का समय: 2 दिन
तैयारी
मुर्गा: चमड़ी और हड्डियां निकालकर 1-1/2 इंच के टिक्कों में काट लें। (अचार बनाने के लिए मुर्गे की टाँगें अच्छी होती हैं।)
मैरीनेशनः पिसे हुए अदरक और लहसुन का आधा भाग लें और उसमें लाल मिर्च, हल्दी और नमक मिलाएं। अब इस मैरीनेड से मुर्ग टिक्कों को मलें और आधे घंटे के लिए अलग हटाकर रख दें।
प्याजः छील, धोकर अच्छी तरह कतर लें।
पकाने की विधि
एक कड़ाही में तेल गर्म करें, तेल से जब धुआं उठने लगे तो आंच मध्यम कर दें और मैरीनेटेड मुर्ग टिक्कों को तेल में डालकर 2-3 मिनट तल लें। मुर्गे को निकालकर तेल को छान लें। इस तेल को दूसरी कड़ाही में गर्म करें। हींग मिलाकर 15 सेकेंड तक चलाएं; प्याज डालकर तलकर सुनहरा लाल कर लें। इसके बाद बचे हए अदरक और लहसुन को मिलाकर दो मिनट तक चलाएं। बाकी सारे मसाले भी मिलाकर एक मिनट चलाएं। सिरका डालकर उबालें और उसमें तले हुए मुर्ग टिक्के मिलाकर तेज आंच पर तीन-चार मिनट तक पकाएं। आंच से हटाकर ठंडा होने दें।
पकाव
कड़ाही का सामान निकालकर उबाले गए मिट्टी के बर्तन या कांच के जार में रखें और उसके मुंह को मलमल के कपड़े से बांध दें। जार को 2 दिनों तक धूप या किसी गर्म जगह पर रख छोड़ें। जार के मुँह से कपडा हटाकर ढक्कन लगा दें। दो महीने बाद अचार खाने लायक हो जाएगा।
नोट:
(i) इस बात का ध्यान रखें कि अचार बनाने के लिए डालने से पहले मुर्ग टिक्का अच्छी तरह सूख जाए क्योंकि नमी से अचार में फंफूद लग सकती है और वह जल्दी खराब हो जायेगा.
(ii) गोश्त चॉप का अचार भी इसी विधि से बनता है। बस. उसमें अदरक और लहसुन की मात्रा 100 ग्राम लें और सिरका 1 लीटर लें। अचार बनाने से पहले गोश्त को उबाल कर नरम कर लें।
(iii) पोर्क, जंगली सूअर के गोश्त का अचार बनाने के लिए भी अचार पहले गोश्त को उबालकर नरम कर लें। शेष विधि वही है।
आपने बहुत ही अच्छी जानकारी दी है। बहुत अच्छे तरीके से हर बात को समझाया है। आपकी हरेक बात आसानी से समझ में आ गई है।
आपका धन्यवाद.