पीला भृंगराज/ Yellow Bhringraj
Wedelia /पीला भृंगराज
पीला भृंगराज (Yellow Bhringraj) — आयुर्वेद में एक अत्यंत उपयोगी औषधीय पौधा है। यह भृंगराज की एक प्रजाति है, जिसका वानस्पतिक नाम है Eclipta prostrata / Eclipta alba। पीले फूलों वाली भृंगराज को आमतौर पर पीला भृंगराज (Yellow Bhringraj) कहा जाता है, और यह भी बालों, त्वचा, लिवर, तथा पाचन तंत्र के लिए उपयोगी होता है।
बालों के लिए अमृत समान
- बालों की जड़ों को मज़बूती देता है
- असमय सफेदी को रोकता है
- बालों को घना और चमकदार बनाता है
- डैंड्रफ और खुजली से राहत देता है
कैसे इस्तेमाल करें:
- पीला भृंगराज का तेल बनाकर सिर में मालिश करें या पाउडर से हेयर पैक बनाएं।
लीवर को करता है डिटॉक्स (Liver Detox):
- लीवर की सूजन कम करता है
- पीलिया (Jaundice) में लाभकारी
- शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकालता है
कैसे इस्तेमाल करें:
- भृंगराज का काढ़ा या रस (जूस) सुबह खाली पेट लें (डॉक्टर की सलाह से)।
त्वचा रोगों में लाभदायक:
- फोड़े-फुंसी, खुजली और एलर्जी में राहत देता है
- एक्ज़िमा जैसी समस्याओं में उपयोगी
कैसे इस्तेमाल करें:
- ताजा पत्तियों का लेप बनाकर प्रभावित स्थान पर लगाएं।
मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद:
- तनाव कम करता है
- नींद लाने में मदद करता है
कैसे इस्तेमाल करें:
- रात को तेल से सिर की मालिश करें।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है:
- इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है
- मौसमी बुखार, सर्दी-खांसी में भी उपयोगी
पाचन तंत्र को ठीक करता है:
- भूख बढ़ाता है
- कब्ज और अपच में लाभदायक
कैसे इस्तेमाल करें:
- भृंगराज चूर्ण को गुनगुने पानी या शहद के साथ लें।
सावधानियाँ (Precautions):
- अत्यधिक सेवन से दस्त हो सकते हैं
- गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाएं चिकित्सकीय सलाह से ही सेवन करें
- केवल प्रमाणित स्रोत से प्राप्त भृंगराज ही उपयोग करें
निष्कर्ष (Conclusion):
पीला भृंगराज आयुर्वेद में एक बहुउपयोगी औषधि है, विशेषकर बालों और लीवर संबंधी रोगों में। यदि सही मात्रा में और उचित रूप में इस्तेमाल किया जाए, तो यह शरीर को भीतर और बाहर से स्वस्थ बना सकता है।